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कांग्रेस से निकाले जाने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम का दावा, कहा – एक प्रेस कांफ्रेंस करूंगा

सत्य खबर/नई दिल्ली.

कांग्रेस से निकाले जाने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जमकर हमला बोला और कहा कि वह कांग्रेस के सेवक नहीं बल्कि विचारधारा से जुड़े हैं. कृष्णम ने कहा कि रामराज्य का सपना सबसे पहले महात्मा गांधी ने देखा था और अब पीएम नरेंद्र मोदी रामराज्य के लिए काम कर रहे हैं. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पीएम मोदी से इतनी नफरत करती है कि वह देश से नफरत करने लगी है. वे सनातन को नष्ट करने में लगे हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि अभिमन्यु की हत्या शकुनि के षड़यंत्र के कारण हुई थी, जिसमें धृतराष्ट्र का पूरा परिवार नष्ट हो गया था.

प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मैं आज नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा हूं और आखिरी सांस तक खड़ा रहूंगा. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि देश ने बंटवारे की भयावहता देखी है और मैं नहीं चाहता कि देश दोबारा ऐसा कुछ देखे. उन्होंने कहा कि 19 फरवरी तक कल्कि महोत्सव कार्यक्रम पर फोकस है, उसके बाद दोबारा पीसी करूंगा. जिससे भारतीय राजनीति में तूफान आ जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है. उन्हें न्योता देने के लिए सोनिया गांधी को भी बुलाया गया था.

जिन्होंने राम मंदिर का निमंत्रण स्वीकार नहीं किया

लेकिन जिन्होंने राम मंदिर का निमंत्रण स्वीकार नहीं किया, वे कल्कि धाम का निमंत्रण कैसे स्वीकार करेंगे? कांग्रेस की मौजूदा हालत के लिए वही जिम्मेदार हैं, जो 15 साल से इसे चला रहे हैं.’ आचार्य कृष्णम ने कहा कि सचिन पायलट का बहुत अपमान हुआ है, वह अपमान का घूंट पी रहे हैं. प्रियंका गांधी का अपमान किया जा रहा है. प्रियंका गांधी के नाम के आगे बिना पोर्टफोलियो वाला महासचिव लिखा है, खड़गे रबर स्टांप हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जिनसे राजनीति सीखी उनका सम्मान नहीं किया तो मेरा क्या करेंगे.

सवाल मेरे निष्कासन का नहीं है
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि सवाल मेरे निष्कासन का नहीं है. जो लोग हिंदू धर्म और सनातन को चोट पहुंचाना चाहते हैं वे कांग्रेस में रहेंगे। देश को एक सक्षम नेतृत्व की जरूरत थी, जिसे पीएम मोदी ने पूरा किया है. आचार्य कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस में उदासीनता की लहर है. जो व्यक्ति अपनी विरासत का सम्मान नहीं करता वह देश का सम्मान कैसे करेगा? कांग्रेस का शुक्रिया कि उसने मुझे आज़ाद कर दिया.

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